Yug Purush

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अंतरिक्ष: A LONER... भाग -5

भाग -5 ~Aakash & Aurora


Day-70~ EMV-X


“अक्श ... तुम्हे ISS में सबसे अच्छा क्या लगता है..?”ऑरोरा  मुझसे पूछी
 

रेडियेटर से अमोनिया लीकेज की प्रॉब्लम एक बार फिर से शुरू हो गयी थी, जिसके कारण हम एक बार फिर Spacewalk पे थे । पहले बार जब मैं Spacewlk पर ऑरोरा  के साथ आया था तो मैं नर्वस अधिक और उत्साहित कम था, लेकिन अबकी बार ये समीकरण बिल्कुल उल्टा था । अबकी मैं उत्साहित अधिक था, जिसकी एक वजह ये भी थी कि मैं पारंपरिक EMV स्पेससूट की बजाय EMV-X में था । पारंपरिक EMV में अपने शरीर को फिट करने के लिए जहा कई घंटे लगते है, वही EMV-X में ये काम चंद मिनट्स में हो जाता है, इसके आलावा इसमें कमर के पास पीछे ऑक्सीजन सिलिंडर के नीचे एक्स्ट्रा थ्रस्टर भी लगे हुए थे, जो आपको बाहर अनंत अन्धकार में उड़ने के साथ –साथ तेज गति भी देते है , ताकि यदि कभी भी दुर्घटनावश कोई एस्ट्रोनॉट ISS से दूर हो जाए तो इन्ही एक्स्ट्रा थ्रस्टर को बूस्ट करके वापस आ सके । ये काम पारंपरिक EMV में सीने के पास लगा SAFER डिवाइस भी करता था, पर उसकी पॉवर EMV-X के आगे बिल्कुल नगण्य थी । ऊपर से EMV-X, पारंपरिक EMV स्पकेसुइत की तरह भारी, विशाल, फुला हुआ नहीं था... बल्कि ये एकदम बॉडी के अनुसार एकदम टाइट  फिट था ।

 

लीकेज इस बार भी रेडियेटर -1 में हुआ था, जिसकी रिपेयरिंग हमने पहले भी की थी... लेकिन इस बार लीकेज इतना ज्यादा था कि, लीकेज के शुरू होने के कुछ घंटो के बाद  ही हमें रिपेयरिंग के लिए Spacewalk पे जाना पड़ा । वैसे भी ये पृथ्वी थोड़ी है, ये तो स्पेस है ... यहाँ जीरो ग्रेविटी में भला क्या गलत हो सकता है..? ये Empty Space तो मेरा असली घर है, ऐसी मानसिकता रखने वाले मुझ जैसे के साथ भला क्या बुरा हो सकता है, है ना .............?

और अब यदि बात करू अपनी और ऑरोरा  की तो निक ने बाद में मुझे बताया था कि उस दिन Cupo।a में हमारे बीच जो किस उसकी वजह से  होते –होते रह गया था, उसके लिए वो बहुत शर्मिंदा है । उसका कहना था की मेरी तरह ऑरोरा  की भी आँखे उस समय बिल्कुल बंद थी और उसके होंठ मेरे होंठ की तरफ आहिस्ता –आहिस्ता बढ़ रहे थे । अब मुझे निक भी भाने लगा है... मतलब ये भी कितनी विचित्र विडंबना है कि 7.5 बिलियन की आबादी वाले ग्रह में जहा पग –पग में जीवन व्याप्त है , मुझे जीवन उससे दूर यहाँ इस निर्वात में मिला, जहा जीवन का कोई नाम-ओ –निशान तक नहीं है । ऑरोरा  और मैंने उसके बाद ना तो कभी उस किस के बारे में कोई बात की और ना ही हमारे बीच फिर ऐसा कोई मोमेंट आया । पर अब हम अक्सर एक –दुसरे की निजी जिंदगी के बारे में सवाल पूछते... एक –दुसरे के साथ अक्सर ISS में उड़ते । ऑरोरा  के कारण अब मुझे पृथ्वी भी मुझे अपनी माँ  के समान खूबसूरत और प्रिय लगने लगी थी, जो पहले बेजान से महसूस होती थी । अब पृथ्वी माँ मेरा मन मोह लेती थी । अब मैं लोनर नहीं था ... अब मेरे भी जीवन में कोई था ।

 

  “अक्श ... तुम्हे ISS में सबसे अच्छा क्या लगता है..?”ऑरोरा  ने अपना सवाल दोहराया

“यहाँ कोई बोर नहीं हो सकता ... मेरा मतलब , सोचो की तुम यहाँ बोर हो रही हो ... कोई बात नहीं, तुम पक्षियों की तरह  उड़ कर अपना मन बहला सकती हो और उड़ते हुए सुपरमैंन वाला  पोज़ भी दे सकती हो...”

“मेरे ख्याल से ... ऑरोरा का सवाल ये होना चाहिए था कि, तुम ISS में सबसे ज्यादा किसे पसंद करते हो... सही कहा ना ... Ms A ...?”निक बीच में बोल पड़ा , जो पिछली बार की तरह ISS के अन्दर से रेडियेटर के बढ़ते तापमान की मोनिटरिंग कर रहा था ।

“just, shut the hell up..Nic”

  ऑरोरा  ISS में अब सिर्फ 20 दिन की और मेहमान थी क्यूंकि 20 दिन बाद  उसके 6 महीने पुरे हो रहे थे और इसी के साथ ही 20 दिनों बाद उसे पृथ्वी पर वापस लौटना था । मेरा वश चले तो मैं हमारे 6 महीने के मिशन को 6 साल में बदल दू या फिर 60 साल में... जब तक की हमारी रिटायरमेंट की उम्र ना हो जाए । पर ये नश्वर शरीर... ये नश्वर शरीर साथ नहीं देता । पृथ्वी को देखकर मुझे वैसी ही फीलिंग आती है,  जैसे की दुसरे ग्रह को देखकर या फिर उनके बारे में सुनकर । मेरे लिए ,पृथ्वी ... इस अनंत शुन्य में तैरता  हुए एक खूबसूरत पिंड है, घर तो ये ISS है ।

 

“लीकेज फिक्स्ड ... तुम्हे क्या लगता है ”ऑरोरा  मेरी तरफ देख कर बोली

 

जैसे –जैसे ऑरोरा  के वापस जाने के दिन नजदीक आ रहे थे, मेरे मन में एक सवाल गहराता जा रहा था । जिसका जवाब मैं उसके यहाँ से जाने के पहले जानना चाहता था, क्यूंकि बाद में मुझे भरोषा नहीं था कि ये पूछने का मुझे मौका भी मिलेगा या नहीं... इसलिए उसके बाकी बचे 20 दिन पुरे होने के पहले ही मैं ये सवाल उससे करना चाहता था । पर मुझे वो शब्द नहीं सूझ रहा था, जो की  ऑरोरा  के सामने मेरे इस सवाल को सवाल का रूप दे सके ।

“Nic , ।eakage fixed. Check the temperature parameter”ऑरोरा  रेडियेटर -1 से दूर होते हुए बोली...

और तभी पृथ्वी के उत्तरी ध्रुव पर ध्रुवीय ज्योति ने अपनी दस्तक दी... पृथ्वी के उत्तरी ध्रुव पर आकाश में हरे रंग के प्रकाश जिसे ऑरोरा कहते है , वो चमकने लगी... ऐसा दृश्य , जहा एक ओर आकाश में ऑरोरा अपनी ज्योति बिखेर रही थी , वही दूसरी ओर दूसरी ऑरोरा, दुसरे आकाश के सामने मुस्कुरा रही थी... वो पल ऐसा था कि मैं खुद को रोक ही नहीं पाया ... मेरी धड़कने जरूर बढ़ी हुई थी , जिसका जिक्र निक ने करते हुए चिंता व्यक्त की... कि ... मेरा शरीर ऐसे अचानक कैसे आसामान्य सा व्यवहार करने लगा, जबकि Spacewalk पे जाने से पहले मेरे शरीर की सभी रीडिंग नार्मल थी और जो नार्मल ही रहने वाली थी । अब उसे मै कैसे बताता कि ऐसा क्यूँ हुआ... ? ये तो पृथ्वी के उत्तरी ध्रुव में आकाश में चमक रही हरे रंग की ध्रुवीय ज्योति ~ ऑरोरा का कमाल था, जिसे मै यहाँ इंसानी रूप में मौजूद ऑरोरा के सामने जीरो ग्रेविटी में देख रहा था ।


 

इस दौरान मेरे दिल की धड़कने हर बीत रहे सेकंड्स के साथ बढती ही गयी, जिसपर निक लगातार अपनी चिंता व्यक्त  करता रहा... उसने मुझे तुरंत उसी समय वापस ISS में आने के लिए भी कहा ... लेकिन मुझे अचानक बढ़ी हुई मेरी दिल की इन  धडकनो का कारण भी मालूम था और निवारण भी.... बस मेरी हिम्मत नहीं हो रही थी । इस दौरान उत्तरी ध्रुव पर आकाश में ऑरोरा  ने एक बार और स्ट्राइक किया , जिससे मेरी दिल की धड़कने पहले से भी ज्यादा तेज हो गयी ... इतनी ज्यादा कि निक अब चिल्ला –चिल्ला कर मुझे वापस ISS में आने के लिए कह रहा था । निक की आवाज इतनी तेज थी कि ऑरोरा भी टेंशन में आ गयी और वह आकाश में तैरते हुए वो मेरे पास आई और उसने मेरे सीने पर अपना हाथ रख मुझे मेरी आँखों में देखकर समझने की कोशिश करने लगी की ... कि.. आखिर माजरा क्या है ...?

हमारे हाथ में मौजूद ग्लप्स में सेंसर भी लगे होते है, जिससे दिल की धडकनों जैसी कई शारीरिक क्रियायो को महसूस और सुना जा सकता है.  इस तरह, इस पल ... जो मैं महसूस कर रहा था, उसे मेरे  दिल की बढ़ी हुई धडकनों के रूप में ऑरोरा सुन रही थी । क्या ही अजब संयोग था ये... कि एक तरफ आकाश में ऑरोरा तो वही दूसरी तरफ मेरे सामने ऑरोरा और जो मैं महसूस कर रहा था , उसे वो सुन रही थी और जब मेरे दिल की धड़कने लगातार बढती ही रही तो मैंने उन्हें कम करने का निर्णय लिया....

“ऑरोरा , क्या तुम मेरे साथ मंगल ग्रह के स्पेस स्टेशन मिशन पर मेरे साथ मंगल ग्रह पर चलोगी... ?”आखिरकर मैंने अपना सवाल पूछ ही लिया, पर दिल की धड़कने कम होने की बजाय ऑरोरा का जवाब क्या होगा, ये सोचकर और बढ़ गयी.... वही अब निक भी चुप था ।

 

वैसे, ये सवाल था तो बहुत नार्मल ... बहुत नार्मल । कम से कम मेरे लिए तो था ही । जहा एक अंतरिक्ष यात्री , दुसरे अंतरिक्ष यात्री से एक मिशन पर चलने के लिए पूछ रहा था, पर दुसरे शब्दों में इसका साफ़ –साफ़ मतलब था कि ... ऑरोरा, क्या तुम मुझसे शादी करोगी और अपनी पूरी जिंदगी मेरे साथ लाल ग्रह के चक्कर लगते हुए Gateway स्पेस स्टेशन  में व्यतीत करोगी....?

 

उसके उस बड़े से हेलमेट के पीछे के चेहरे के बदलते भावो को मैं उस विशाल वैक्यूम में भी देख सकता था, पर उसके उन बदलते भावो को समझना मुझ जैसे इंसान के लिए उतना आसान नहीं था । मैं समझ ही नहीं पाया कि , उसके चेहरे के बदलते भाव मेरे पक्ष में थे या विपक्ष में । इतनी समझ नहीं थी मेरे अन्दर की लोगो को उनके भावो से समझ सकू । और फिर .................

Nick: OoO , Guys… leakage again… it’s not fixed… I repeat… ।eakage is not fixed. Radiator-1 can not dissipate the heat any more...

निक की ये वार्निंग हमने सुन ली थी पर उस समय हम दोनों की सिचुएशन ऐसी थी की कुछ समय लग गए हमें वो वार्निंग समझने में । ऑरोरा  मुझे देखती रही और मैं उसे... फिर जब निक ने एक और बार चिल्लाकर हमें रेडियेटर के बढ़ते तापमान से चेताया तब ऑरोरा  का ध्यान टूटा । उसने रेडियेटर -1 की तरफ देखा । जहा से अमोनिया गैस की स्टीम रेडियेटर-1 से बाहर आते हुए भांप के समान हमें साफ़ दिख रही थी और फिर उन्ही भांप के बीच एक हलकी सी लौ भी हमें दिखी...

“Zvezda Modu।e gonna exp।ode… Aksh, तुम Zvezda Modu।e के अन्दर जाओ और रेडियेटर -1 से उसके सारे कनेक्शन कट कर दो.... मैनुअली ...”

“अक्श ... जस्ट गो ... Zvezda Modu।e के अन्दर जाओ और मैंनुअली, रेडियेटर -1 से उसके सारे कनेक्शन कट कर दो.... मुझे क्या घूर रहे हो... जस्ट गो . do not be a dumb, Aksh.. just go… right now…. Go… Aksh”

 

मेरी सारी  प्रैक्टिस, सारी  शिक्षा, सारी समझ ऑरोरा  के इस निर्देश के खिलाफ थी, पर जब उसने इस तरह से मुझपर लगातार दबाव बनाया तो मुझे उसके आदेश का पालन करना पड़ा । वैसे भी Zvezda Modu।e ही ISS का एकमात्र ऐसा भाग था, जहा स्पेस स्टेशन की लाइफ सपोर्ट सिस्टम्स और ISS को चलाने के लिए बैकअप फ्यूल स्टोर किया गया था । रेडियेटर -1 , Zvezda Modu।e की रेडिएशन से उत्पन्न होने वाले ऊष्मा को कण्ट्रोल करता था, पर अब वो ऊष्मा कम करने के बजाय, ऊष्मा बढ़ा रहा था । जिससे लाइफ सपोर्ट सिस्टम फेल हो सकते थे, स्टोर्ड फ्यूल ब्लास्ट हो सकता था । अब सिर्फ दो ही रास्ते थे... या तो लीकेज को वापस फिक्स किया जाए या फिर रेडियेटर को मैंन्युअली ब्लास्ट किया जाए ताकि Zvezda Modu।e रेडियेटर -1 की अनुपस्थिति में अपने आप रेडियेटर -2 से कनेक्ट हो जाए और Zvezda Modu।e को फेल होने से बचाया जा सके... हमें पृथ्वी पर VR Simu।ation में सिखाया भी यही गया था ।

“you fool… just go… I will try to fix the leakage…”ऑरोरा  एक बार फिर हेलमेट के अन्दर से मुझपर चीखी

और उसके चीखते ही मैं और तेजी के साथ Zvezda Modu।e की तरफ बढ़ा ।

“निक , ऑरोरा  का माइक बंद करो ... जल्दी”

ऑरोरा  : wait… whaat… whyyy … noooo

निक: डन , Ms.  A का माइक ऑफ है ।

“तुम्हारी क्या राय  है, इस सिचुएशन में  मुझे क्या करना चाहिए... कही ऑरोरा  गलत फैसला तो नहीं ले रही…?”

निक : मेरी राय  में लीकेज  को फिक्स नहीं किया जा सकता, जो की ऑरोरा  करने जा रही है ... मैनुअली एक्स्प्लोजन करके रेडियेटर -1 को डिसकनेक्ट करना मेरी राय  में सही रहेगा

“ओके ... ऑरोरा  का माइक ऑन करो ...”

निक : and it’s done… she’s on line

 

इस बीच ऑरोरा  लगातार रेडियेटर -1 से निकल रहे स्टीम की ओर बढ़ रही थी, अब वो चिंगारी पहले से भी बड़ी हो गयी थी ।

“ऑरोरा  ... प्लीज.. स्टॉप... ऑरोरा ... प्लीज”

ऑरोरा :  मैं वो कर रही हूँ, जो मुझे करना चाहिए… अक्श । ये सिर्फ  तुम्हारे और मेरे बारे में नहीं है, बल्कि... सम्पूर्ण....

निक : Mr. A ,वो लीकेज को फिक्स नहीं कर रही, बल्कि ... बल्कि....

ऑरोरा  : यू आर राईट , निक ... मैं रेडियेटर -1 को मैनुअली एक्सप्लोड करने वाली हूँ , जैसा की तुमने और अक्श ने सुझाया था । वो तो बस अक्श को यहाँ से दूर भेने का बहाना था... EMV-X  की टेस्टिंग बहुत जरूरी है और उसके लिए तुम दोनों का होना बहुत जरूरी है । just following the director’s Standard procedure. Now, Initiating the exp।osion… THREE… TWO

“ऑरोरा  , लिसेन टू मी .. तुम ये अकेले नहीईईईइ ...”

निक: what the fffffuuuuu

“ONE…. Standard procedure . now, Initiating the explosion… I’M SORRY AKSH…”

 

जिसके बाद एक्स्प्लोजन एरिया से दूर  Zvezda Modu।e का हैच पकडे हुए , मुझे दूर रेडियेटर -1 के पास आग की सिर्फ लपटे दिखाई दी, सुनाई कुछ नहीं दिया  और उन आग की लपटों में पूरी तरह समाता हुआ रेडियेटर -1 । उस विस्फोट के कारण ISS में भी बुरी तरह कंपन हुआ और मैं Zvezda Modu।e के हैच से जोर से टकराया ... पर ऑरोरा .... ऑरोरा  एक्स्प्लोजन के बिल्कुल करीब थी । इनफैक्ट उसी ने ये एक्स्प्लोजन इनिसिएट किया था ।

“निक , मेरा थ्रस्ट सिलिंडर लीक हो गया शायद...  निक...?...निक...??”

निक: मेरा सिर ISS की छत से टकराने के कारण ब्लीडिंग कर रहा है... यू ओके , मेट

“आई एम ओके ... ऑरोरा  कहा है, निक...”

निक: ऑरोरा ... ऑरोरा ... वो... तो ... ओह गॉड

 

ऑरोरा  के द्वारा किये गए एक्स्प्लोजन के कारण मेरे स्पेससूट से कनेक्टेड tether rope टूट कर टुकडो में तब्दील हो गया था और एक्स्प्लोजन के कारण भूकंप के समान जो कंपन हुआ , उसका इम्पैक्ट  इतना ज्यादा  था कि ऑरोरा  ISS से दूर पृथ्वी की ओर पुशड हुई, पर वो नीचे नहीं गिर रही थी... बल्कि ISS की तरह ही ISS से दूर अपनी ही एक ऑर्बिट में पृथ्वी के चारो ओर  उसी स्पीड से घूम रही थी, जिस स्पीड में ISS था । निक ने जैसे ही मुझे ऑरोरा  के बारे में ये बताया मैंने तुरंत पीछे मुड़कर ऑरोरा  को देखा और उसे ISSसे दूर जाता देख मैंने तुरंत ही अपने EMV-X स्पेससूट के मेन थ्रस्टर को ऑन किया और ऑरोरा  की ओर  इस अनंत आकाश में खुद को धकेलने लगा ।

 

निक: आकाश ..?? तुम ये क्या कर रहे हो...?

“Testing  the EMV-X...”

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1 Comments

Sana khan

27-Aug-2021 12:38 PM

Waah

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